आज की मतलबी मोहब्बत को दर्शाती एक गज़ल...! आज की मतलबी मोहब्बत को दर्शाती एक गज़ल...!
देखोगे चारों और जब मतलबी सब दिख जायेंगे देखोगे चारों और जब मतलबी सब दिख जायेंगे
जब गिरा और कोई उठाने नहीं आया तो उनकी याद आयी जब गिरा और कोई उठाने नहीं आया तो उनकी याद आयी
कुछ बेमतलब साथ हो गये। कुछ बेमतलब साथ हो गये।
तब ही हम कह पाएंगे हम सही मायने में कहां विकसित है तब ही हम कह पाएंगे हम सही मायने में कहां विकसित है
किसी का सच बताना किसी को अब वास्तविक नहीं लगता कठपुतली। किसी का सच बताना किसी को अब वास्तविक नहीं लगता कठपुतली।